घर मे गरीबी आने के मुख्य कारण ।।
* भगवान का शुक्रिया किये बिना खाना खाना ।
* झूठी सौगंध लेना l
* जूते चप्पल उल्टा देख कर सही नही करना।
* 40 दिवस से अधिक बालों को रखना ।
* नाखूनों को दांतो से काटना।
* स्त्रियों का खडे-खडे बालों का बांधना।
* गंदे व फटे हुए कपड़ो को धारण करना l
* प्रातः सूर्य उदय तक बिस्तर न छोड़ना ।
* पेड-पौधों के नीचे मलमूत्र करना।
* उल्टा सोना।
* श्मशान भूमि में हसना ।
* रसोई घर के निकट में मलमूत्र करना ।
* टूटे कंघे से बालों को सवारना और घर मे टुटी फुटी वस्तुओं का प्रयोग करना ।
* किसी का धोखे व जबरदस्ती से धन प्राप्त करना ।
* अधिक समय तक घर में कूडा – कचरा जमा करना ।
* सम्बन्धियों से बदसुलूकी करना।
* उलटे पैर से पैंट पहनना।
*शाम के समय सोना।
* सम्बन्धियों के आने पर नाराज होना।
*जरुरत से ज्यादा खर्च करना।
* रोटी को दांतो से काट कर खाना l
* पीने का जल रात्रि में खुला रखना ।
* रात्रि में मांगने वाले को कुछ देना ।
* आलस मे रहना एवं मेहनत से दूर भागना ।
* भगवान का अपमान करना।
* पवित्रता के बिना धर्मग्रंथ बाचना ।
*मलमूत्र करते वक्त बाते करना।
* हाथ धोए बिना खाना खाना ।
* अपनी सन्तान को कोसना।
* दरवाजे पर बैठना।
* लहसुन प्याज के छिलके जलाना।
* साधू संतो का अपमान करना।
* फूक मार के दीया बुझाना।
* गाय , बैल को लात मारना ।
* माता-पिता को अपमानित करना ।
* किसी की गरीबी और लाचारी का मजाक उडाना ।
* दाँत गंदे रखना और रोज ना नहाना l
* बिना नहाये और संध्या के समय भोजन करना ।
* पडोसियों का अपमान करना, गाली देना ।
* मध्यरात्रि में भोजन करना ।
* गंदे बिस्तर में सोना ।
* वासना और क्रोध से भरे रहना |
* दूसरे को अपने से हीन समझना आदि ।
* घर में मकड़ी के जाला लगना l
* रात्रि को झाडू लगाना।
* अन्धेरे में भोजन करना ।
* घड़े से मुंह लगाकर पानी पीना।
* धर्मग्रंथ न पढ़ना।
* नदी, तालाब में शौच साफ करना और उसमें पेशाब करना ।
ये वह कुछ मुख्य कारण है जिन वजह से हमे एवं हमारे परिवार को दारिद्रता का सामना करना पडता है |
अगर हम मे ये दोष है, तो उन्हे दूर करे | और अपना कार्य यांनी रोजी-रोटी के साधन मे मेहनत और लगन से सहयोग दे | यश एवं सम्पन्नता आप के साथ-साथ चलेगी |
विशेष :-
घर और आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए आप नियमित तौर पर नीम की पत्तियों, गुगल, देवदारु, दो लौंग, और कपूर को साथ में जलाएं |
उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें | इससे घर और बाहर का वातावरण शुद्ध होता है, और मन को शांति प्राप्त होती है |
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