कोविड-19 इंडिया:- भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है | कोरोना वायरस अपने तीसरे चरण में पहुंच गया है अब ऐसे में अनजाने व संदिग्धों लोगों के संपर्क में आने से यह बीमारी और भी भयानक रूप ले सकती है | जैसा कि आप जानते हैं साल 2020 राहु का साल है|
अब राहु का कोरोना वायरस से कनेक्शन ज्योतिषीय माध्यम से समझिये | साल 2020 को जोड़ने पर अंक आता है 4 यानी यह राहु का अंक है | और राहु अधिकतर इंफेक्शन से फैलने वाली बीमारी विषाणु जनित रोग , जर्म्स वायरस से होने वाली बीमारियां देता है | और राहु इन बीमारियों को हवा के माध्यम से फैलाता है|
कुछ इस प्रकार की बीमारी कोरोना वायरस भी है | इसीलिए कोरोनावायरस जैसी घातक बीमारी हवा से सांसों के जरिए फैल रही है | जब राहु वायु तत्व राशि में गोचर करता है तो राहु की नेगेटिविटी बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं | अब ये बीमारी इतनी कैसे फैली इस का कारण ज्योतिष्य माध्यम से जानिए |
जब राहु मिथुन राशि में आए तब केतु धनु राशि में बैठे थे ,बृहस्पति के साथ | इसकी शुरुआत भारत में तकरीबन 24 जनवरी 2020 को हो गई थी | जब शनि ने अपनी मकर राशि में प्रवेश किया था | शनि जो है वह जनता का कारक है, शनि जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं ,और जनता को नियंत्रित करता है |
शनि जब मकर राशि में गए तब से अच्छे नक्षत्र में नहीं गए थे |राहु जब पहले ही मिथुन राशि में मौजूद था तब वह इस बीमारी का कारक बना बृहस्पति और केतु का योग यानी बृहस्पति और केतु का एक साथ एक ही राशि में बैठना इस बीमारी को लंबा खींच रहा है |
और शनि की वजह से लोग यानी जनता इस बीमारी से बहुत ज्यादा प्रभावित भी हो रही हैं |और औषधियों का कारक ग्रह सूर्य देव होते हैं जो कि सूर्यदेव जनवरी-फरवरी के समय कमजोर स्थिति में माने जाते हैं | और सबसे मजबूत स्थिति सूर्यदेव की 15 अप्रैल से शुरू हो गयी है |
जब सूर्य देव अपनी बेहद मजबूत स्थिति में होंगे तो निश्चित ही रूप से इस बीमारी का सामना यानि की निवारण शुरू होगा | यानी कि इस बीमारी की कोई ना कोई दवाई, वैक्सीन या शोध सामने आ सकता है| लेकिन हम लोगों को सितंबर तक सावधानी रखनी होगी |
जब तक राहु मिथुन राशि छोड़कर वृषभ राशि में ना आ जाए | तब जाकर खतरे की स्थिति कम होगी | हम पूरी तरह से करोना वायरस से निजात 15 सितंबर के बाद ही पा सकते हैं |तो जब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें | जो चीजें रोग, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं |
उन सब चीजों को अपने खान-पान में शामिल करें ,जैसे:- तुलसी पत्र, गिलोय, नींबू ,आंवला, अदरक , और हल्दी इत्यादि | सूर्य की रोशनी इस समय लेना बहुत लाभकारी होगा |
हमारी परंपरा और संस्कृति कहती है कि सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए, वह इसलिए कि सूर्य देव की किरणों की जो पॉजिटिविटी हैं हमें मिल सके| कुछ देर तक सूर्य की किरणों में रहिए |
और एक बात का ध्यान रखें कि मन के हारे हार है मन के जीते जीत यानी कि हमारे मन में सबसे पहले बीमारी आती हैं, फिर उसके द्वारा ही हमारे शरीर में प्रवेश करती है |
तो मन को मजबूत रखने की कोशिश करें |और मन में यह विश्वास रखें कि आप स्वस्थ रहेंगे, फिट रहेंगे तो आपको बीमारी होने की संभावना कम हो जाएंगी | ऐसा मेडिकल साइंस भी मानता है आजकल, की पहले मन-मस्तिष्क इंसान का बीमार होता है, बाद में शरीर|
मन-मस्तिष्क को मजबूत करने के लिए मेडिटेशन करें, और ज्यादा से ज्यादा पानी पीये | अब बात आती है कि किन लोगों को कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा खतरा है|
वह लोग जिनकी कुंडली में राहु की अंतर्दशा ,प्रत्यंतर दशा ,या महादशा चल रही है , ऐसे लोगों को करोना वायरस होने की संभावना ज्यादा हो जाती है | ज्यादा चिंतित होने की आवश्यकता नहीं, इन दिनों ऐसे लोग राहु का उपाय कर सकते हैं |
ताकि उन्हे ऐसी कोई परेशानी ना हो जिससे खतरा बढ़े | आप लोग सबसे पहले तो यह समझे की राहु को अपने जीवन में कैसे पॉजिटिव करें और शांत करें |
उपाय के लिये सबसे पहले वे लोग तुरंत प्रभाव से नीले और काले वस्त्र पहनना छोड़ दे |पशु पक्षियों को सात प्रकार का अनाज मिलाकर खिलाएं |
अब बात आती है कि अपने घर में रहकर किस तरह हम राहु को पॉजिटिव कर सकते हैं | वह ऐसे कि घर के साउथ- वेस्ट कॉर्नर में पीले रंग के फूल वाले पौधे अवश्य लगाएं | मांस मदिरा ग्रहण करना तत्काल बंद कर दें | इससे राहु ज्यादा रुष्ट हो जाते हैं |
ऐसे जातक दुर्गा पूजा अधिक से अधिक करें | सफाई कर्मचारी जो भी आपके गली में ये आप जहां फ्लैट में रहते हैं,सोसाइटी में आते हैं ( बाहर सफ़ाई कर्मचारी खोजने बिल्कुल न जाएं) उन कर्मचारियों को कुछ पैसे या खाने पीने की चीजों का दान करें |
रात को सोते समय सिरहाने जौ (अनाज ) रखें, औरअगले दिन सुबह किसी भी सफाई कर्मचारी को दान दे दे| इस तरह राहु की खराबी में शांति तुरंतआएगी |
राहु पूरी तरह से नकारात्मकऔर छाया ग्रह होता है | और इसके नुकसान से बचने के लिए यदि आप इन आजमाएं हुए उपायों में से दो या तीन उपाय भी अपने जीवन में शामिल कर लेते हैं तो आप स्वयं ही इस घातक बीमारी के चपेट में आने से बचे रहेंगे |
इसके लिए घर में रहें, सुरक्षित रहें ,अपना और अपनों का ख्याल रखें |